पार्टिकुलेट एयर पोल्यूशन (छोटे कणों से होने वाला वायु प्रदूषण) मानव स्वास्थ्य के लिए दुनिया का सबसे बड़ा बाहरी खतरा बना हुआ है,लेकिन वैश्विक जीवन प्रत्याशा पर इसका अधिकांश प्रभाव सिर्फ छह देशों में केंद्रित है. साथ ही, वर्तमान में वायु प्रदूषण से सर्वाधिक प्रभावित देशों के पास ऐसे बुनियादी उपकरणों का अभाव है जिनसे पूर्व में वायु गुणवत्ता में सुधार हुए थे.